आज किस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे कि “बिना तलाक के दूसरी शादी कैसे करे“ इसके अलावा क्या यह गैरकानूनी है। इसके विषय में विस्तार पूर्वक चर्चा आज इस पोस्ट में हम करेंगे, तो आइए जानते हैं सिर्फ बिना तलाक के दूसरी शादी के बारे में जानकारी….
हिंदू धर्म में पति पत्नी के रिश्ते को बहुत ही पवित्र रिश्ता माना गया है। लेकिन कई बार ऐसा देखा गया है कि किसी भी कारण से बिना तलाक। के पति पत्नी दोनों अलग हो जाते हैं और कुछ ही समय के बाद वह दूसरी शादी कर लेते हैं। ऐसे में सवाल आता है कि बिना तलाक के क्या दूसरी शादी करना सही है। क्या कानूनी रूप से यह शादी मान्य होती है। ऐसे बहुत से सवाल होते हैं। जो शायद हर किसी के मन में आते ही होंगे कि शादी को लेकर हमारे देश में सभी धर्मों के अलग-अलग तरह के कानून हैं।
बिना तलाक के दूसरी शादी कैसे करे: इनमें बिना तलाक की दूसरी शादी को लेकर भी विभिन्न प्रावधानों का वर्णन किया गया है। मुस्लिम विवाह अधिनियम के अंतर्गत पुरुष को बिना तलाक के दूसरी शादी करने की पूरी इजाजत होती है। लेकिन वह स्त्री को बिना तलाक के दूसरी शादी करने की अनुमति नहीं होती है। हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के अंतर्गत हिंदू सेना के दूसरी शादी नहीं कर सकते हैं। लेकिन किसी से जलते हुए प्रेम संबंधों और अन्य किसी भी कारण से बहुत से लोग दूसरा विवाह कर लेते हैं। कुछ मामलों में हिंदू लोग बिना तलाक के शादी कर लेते हैं। इन सब परिस्थितियों के लिए हमारे कानून में वर्णन किया गया है कि बिना तलाक के दूसरी शादी करना सही नहीं है। तो आज किस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताइए कि बिना तलाक की दूसरी शादी किस तरह से करते हैं और यह शादी मान्य होती है या नहीं होती इन सभी के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा आज की इस पोस्ट के माध्यम से करेंगे तो आइए जानते हैं इसके बारे में…
Contents
बिना तलाक के दूसरी शादी
हिंदू मैरिज एक्ट के सेक्शन 5 के मुताबिक शादी के समय लड़का लड़की दोनों में से कोई भी शादीशुदा है तो उनकी शादी मान्य नहीं मानी जाएगी। यदि कोई व्यक्ति बिना तलाक लिए किसी भी अन्य से विवाह कर लेता है तो आईपीसी सेक्शन 494 के अंतर्गत इस को अपराध माना गया है। इस तरह का विवाह करने वाले व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज की जा सकती है।
बिना तलाक के दूसरी शादी कैसे करे
बिना तलाक लिए आप दूसरी शादी कुछ विशेष परिस्थितियों के दौरान एक कर सकते हो तो आपकी शादी को कानूनी रूप से माना जाएगा आइए जानते हैं किन किन परिस्थितियों में आप दूसरी शादी कर सकते हैं…
1.जीवन साथी की मृत्यु होने पर
अगर किसी भी कारणवश किसी स्त्री का या पुरुष का लाइफ पार्टनर की मृत्यु हो गई है उस परिस्थिति में तलाक की जरूरत नहीं पड़ती है तो इस स्थिति को देखते हुए स्त्री और पुरुष दोनों में से कोई भी दूसरी शादी कर सकता है जय शादी पूरी तरह से माने रहेगी हमारे समाज में विधवाओं का पुनर्विवाह करवाना पूरी तरह से लोगों की नजरों में सही नहीं माना जाता है लेकिन समय के साथ परिस्थितियां बदल चुकी है तो आज लोगों की सोच में भी बहुत बदलाव आ गए हैं ऐसे में अगर किसी कारण बस आपके पार्टनर की मृत्यु हो जाती है तो उस परिस्थिति में दूसरी शादी करवा दी जाती है और वह शादी पूरी तरह मान्य भी होती है।
2.कोर्ट मैरिज खारिज होने की स्थिति में
कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आ जाती है कि उसमें तलाक बिना लिए विवाह करना संभव हो जाता है उसमें दूसरी परिस्थिति यह भी होती है कि किसी भी कारण से कोर्ट के द्वारा किसी जोड़े का विवाह भी रद्द कर दिया जाता है अर्थात कानूनी रूप से उसको मान्य नहीं माना जाता इस परिस्थिति में बिना तलाक के दूसरा विवाह करना कोई गैरकानूनी नहीं होता है इस परिस्थिति के लिए पहले ही कोर्ट के द्वारा आपका व्यवहार रद्द कर दिया गया है इसलिए तलाक लेने की जरूरत नहीं पड़ती है तो आसानी से दूसरा विवाह बिना तलाक के कर सकते हो कोर्ट के द्वारा आपके विवाह को रद्द करने के कई कारण हो सकते हैं जैसे नाबालिक विवाह करना पति-पत्नी में से किसी एक का मानसिक संतुलन सही ना होना इत्यादि।
3.पति पत्नी का 7 साल से गायब होना
किसी स्त्री का या पुरुष का जीवन साथी अगर 7 साल से घर से लापता है और उसकी 7 साल के अंतर्गत किसी भी तरह की कोई खबर ना मिली हो तो उस परिस्थिति में तलाक लेने की जरूरत नहीं होती है और उन परिस्थितियों को देखते हुए पति पत्नी में से कोई भी दूसरी शादी कर सकता है लेकिन इसमें आपका जीवन साथी 7 सालों से लापता ही होना चाहिए अगर आपने उसको खोजने की कोशिश की और उस में असफल रहे तो ही आप बिना तलाक के दूसरी शादी कर पाओगे।
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4.पति पत्नी का धर्म परिवर्तन
बिना तलाक के दूसरी शादी करने की परिस्थितियों का एक कारण धर्म परिवर्तन माना गया है समाज में आपको इस तरह के बहुत से उदाहरण देखने को मिल जाएंगे जिसमें धर्म परिवर्तन करने के बाद बिना तलाक के भी दूसरी शादी कर ली जाती है अलग-अलग धर्म में शादी करने के नियम भी अलग-अलग होते हैं इसके अलावा हमारे भारतीय संविधान में अलग-अलग धर्मों में शादी करने के लिए कानून भी अलग-अलग बनाए गए हैं हिंदू धर्म में केवल शादी करने के लिए एक ही नियम में वह है हिंदू धर्म के अनुसार हमारे भारतीय कानून में एक ही शादी को मान्यता दी गई है अर्थात व्यक्ति एक ही शादी कर सकता है अगर दूसरी शादी करना चाहता है तो उसके लिए उसको तलाक लेना होगा उसके बाद ही दूसरी शादी होगी।
क्या बिना तलाक की दूसरी शादी गैरकानूनी है
बिना तलाक लिए दूसरी शादी करना पूरी तरह से मान्य नहीं होती है भारतीय दंड संहिता की धारा 494 के अंतर्गत अगर कोई व्यक्ति बिना तलाक के दूसरी शादी कर लेता है और उसका जीवन साथी जीवित है तो उस परिस्थिति में वह व्यक्ति शादी कर लेता है तो कानून की नजर में एक तरफ से बनी अपराध है और आईपीसी सेक्शन 415 के अंतर्गत शिकायत दर्ज करके धोखाधड़ी के मामले में उसके खिलाफ केस दर्ज हो सकता है।
Conclusion
आज हमने इस पोस्ट के माध्यम से आप सभी को “बिना तलाक के दूसरी शादी कैसे करे- क्या ये गैर कानूनी है?” इसके विषय में पूरी जानकारी आपको विस्तार से इस पोस्ट में बताइए हम उम्मीद करते हैं कि आपको जॉब इनफार्मेशन इस लेख के माध्यम से दी है वह आपको जरूर पसंद आएगी अगर आप इस जानकारी से जुड़े रहना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर कंटिन्यू बने रहिए और आपको इस लेख से संबंधित किसी भी तरह के सवाल के विषय में जानना है तो हमारे कमेंट सेक्शन में जाकर आप पूछ सकते हैं।