advocate suresh consultation image

Cyber security kya hai- Cyber security in Hindi

आज आपको इस आर्टिकल के द्वारा हम बताने जा रहे हैं कि “Cyber security kya hai- Cyber security in Hindiइसकी पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक आज के इस आर्टिकल में आपको पढ़ने को मिलेगी आइए जानते हैं आखिर क्या है “cyber security”..

Cyber security in Hindi – इस आधुनिकरण के युग में दिन पर दिन नई नई तकनीक बढ़ती जा रही है। यहां पर हर फील्ड में कंप्यूटर, लैपटॉप के बिना किसी भी काम को करना असंभव हो रहा है। सरल शब्दों में कहा जाए तो आज अधिकतर मनुष्य इन डिवाइसों पर ही डिपेंड रहने लग गया है। हर जगह इंटरनेट के बिना किसी तरह का काम नहीं किया जा सकता है। चाहे आप सरकारी सेक्टर में काम करते हो या प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं।

पैसे की लेनदेन से लेकर अन्य सभी जरूरी कार्यों के लिए इंटरनेट काम में लिया जाता है। इस तरह से सभी जानकारी इंटरनेट के द्वारा एक दूसरे को आदान-प्रदान करने से जिन महत्वपूर्ण डाटा के साथ आप काम करते हैं। उसमें साइबर सिक्योरिटी आपके सिस्टम को सुरक्षित करने की भी परमिशन प्रदान करती है।

Cyber security kya hai- साइबर सिक्योरिटी का मुख्य उद्देश्य सिक्योर डाटा को सेफ्टी प्रदान करना है। इसमें केवल ऑथराइज्ड यूजर्स के द्वारा किया जाता है अर्थात जिनके पास कंप्यूटर, लैपटॉप है।उनके द्वारा ही यह प्रयोग में आता है। इंटरनेट यूजर्स को साइबर क्राइम से बचाने के लिए ही साइबर सिक्योरिटी को काम में लेते हैं। यह इंटरनेट यूजर्स को पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करती है। साइबर सिक्योरिटी के बारे में तो लोग जानते ही होंगे। लेकिन आजकल में हम आपको साइबर सिक्योरिटी क्या है, साइबर सिक्योरिटी कितने प्रकार की होती है, cyber security in hindi, साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी हुई जानकारी आज की इस पोस्ट में मिलेगी…

Cyber security kya hai (Full details)

साइबर सिक्योरिटी शब्द इंटरनेट की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है अर्थात इंटरनेट का जब आप उपयोग करते हो तो आपका जो भी इंपोर्टेंट डाटा, डिवाइस, सॉफ्टवेयर नेटवर्क और आपकी पहचान इंटरनेट से चोरी ना हो, इस तरह की वारदात का गलत इस्तेमाल और है खोने का खतरा रहता है ऐसे में साइबर सिक्योरिटी डिवाइस सॉफ्टवेयर और उनसे होने वाली प्रतिक्रियाओं की सेफ्टी के लिए ही बनाया गया है इंटरनेट में होने वाली हर तरह की गतिविधियों को और यूजर डाटा को पूरी तरह से साइबर सिक्योरिटी के द्वारा सुरक्षित रखा जा सकता है।

साइबरसिक्योरिटी एक तरह की वह सुरक्षा होती है जो इंटरनेट से जुड़े हुए सिस्टम के लिए बनाई गई है। साइबर सिक्योरिटी दो शब्दों से मिलकर बनी हुई है पहला साइबर दूसरा सिक्योरिटी

साइबर ( cyber ) – जो कुछ इंटरनेट टेक्नोलॉजी डाटा, नेटवर्क इनफार्मेशन, एप्लीकेशन कंप्यूटर आदि से जुड़ा हुआ होता है उसको साइबर कहा जाता है।

सिक्योरिटी (security) – जबकि सिक्योरिटी में सिस्टम सिक्योरिटी, नेटवर्क सिक्योरिटी, एप्लीकेशन सिक्योरिटी, इनफॉरमेशन सिक्योरिटी को शामिल किया गया है।

साइबर सिक्योरिटी क्यों जरूरी है ( cyber security in hindi)

जिस तेजी से आज संपूर्ण विश्व में इंटरनेट का इस्तेमाल लोगों के द्वारा किया जा रहा है। दिन पर दिन इंटरनेट यूजर्स में भी बढ़ोतरी बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में इंटरनेट यूजर्स के लिए सिक्योरिटी का भी ध्यान दिया जाए तो सही है। आज सभी कार्य इंटरनेट पर ही के जाते हैं। चाहे वह पर्सनल काम हो या सरकारी काम हो या फिर ऑफिस का काम हो सभी काम बिना इंटरनेट के करना असंभव है। किसी को अपना पर्सनल डाटा आदान-प्रदान करना हो। यह सब भी इंटरनेट से ही होता है।

ऐसे में यूजर के डिवाइस कंप्यूटर, सरवर, लैपटॉप, मोबाइल दूसरे प्रकार के स्मार्ट डिवाइस अक्सर इंटरनेट से ही कनेक्ट होते हैं। उन सभी में डेटा की सुरक्षा के लिए हमेशा खतरा बना रहता है

इंटरनेट के द्वारा फ्रॉड, हैकिंग, वायरस, अटैक, डाटा, थेफ्ट इन सब की खबर हमेशा मिलती है ऐसे में यूजर्स को सिक्योरिटी प्रदान करना बहुत जरूरी है। 

हर इंसान के पर्सनल डाटा जैसे उसकी इमेज पीडीएफ डॉक्युमेंट किसी तरह के डाटा को कंप्यूटर में सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी प्रदान करना बहुत जरूरी है।

ऐसा कोई डेटा हमारा नहीं होता है। जिस पर इंसान का कॉपीराइट नहीं होता है। उसको सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी और जरूरी होती है। अगर आपकी कोई कंपनी है तो उसके डाटा पर केवल आपका ही कॉपीराइट होता है। उसको कोई चुरा ना ले कोई व्यक्ति उसका इस्तेमाल ना करें किसी वजह से साइबर सिक्योरिटी का होना बहुत जरूरी है।

हर किसी के बैंकिंग फाइनेंस डाटा को भी सुरक्षा प्रदान करने के लिए साइबरसिक्योरिटी जरूरी होती है कि कोई भी है पर आपके बैंक अकाउंट से पैसा निकाल सकता है।अगर आपका बैंकिंग डाटा सुरक्षित नहीं रहेगा तो। आज के समय में इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग हर व्यक्ति करता है। इसी वजह से बैंकिंग डाटा को सुरक्षित करने के लिए भी सिक्योरिटी बहुत जरूरी है।

नेशनल सिक्योरिटी के लिए भी साइबर सिक्योरिटी का होना बहुत जरूरी है। नेशनल सिक्योरिटी का मतलब होता है कि हमारे देश में डिफेंस सिस्टम में जो cyber-attack होते रहते हैं, उन्हीं के लिए यह जरूरी है।

कुछ ऐसी डाटा इंफॉर्मेशन होते हैं जो बहुत ही सेंसिटिव होते हैं। आज के समय में सरकारी दफ्तरों में भी इंटरनेट का प्रयोग किया जाता है तो वहां पर बहुत से ऐसे डाटा है, जिनकी सेफ्टी रखना बहुत जरूरी है। अगर वह किसी तरह से लीक हो गए तो इससे देश को बहुत नुकसान हो सकता है। उस डाटा को सुरक्षित रखने के लिए भी साइबर सिक्योरिटी जरूरी है।

कैसे काम करता है ‘साइबर सिक्योरिटी’?

साइबर सिक्योरिटी में एथिकल हैकर की एक पूरी टीम होती है,जो आपके डाटा को चोरी होने डाटा डिलीट होने और आपके डिवाइस को किसी भी तरह का नुकसान होने से बचाने का काम करती है। साइबर सिक्योरिटी में काम करने वाले बुरे लोगों को गलत काम करने से पूरी तरह रोक देता है। इस सिक्योरिटी में नेटवर्क, कंप्यूटर, सिस्टम प्रोग्राम और आपके डाटा को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जाता है।

साइबर सिक्योरिटी कितने प्रकार की है?

सिक्योरिटी में अलग-अलग तरह की सुरक्षा प्रदान की जाती है साइबर क्राइम ऑनलाइन ही इंटरनेट पर किए जाते हैं तो उनको रोकने के लिए साइबर सुरक्षा सबसे अच्छी इस प्रकार से है…

  • नेटवर्क एंड गेटवे सिक्योरिटी – साइबर सिक्योरिटी की पहली परत इसको कहते हैं कंप्यूटर में fire wall का नाम लिखा था जिसके बारे में आपने सुना ही होगा। यह नेटवर्क की एक ऐसी दीवार है जो सिक्योर चीजों को परमिशन देती है और सभी अन सिक्योर थ्रेटस को बाहर कर देती है।
  • डेटा लॉस प्रिवेंशन ( DLP) – इस प्रक्रिया में यूजर्स के डाटा के लिए एक एनकोड दिया जाता है। इस प्रक्रिया में SSL ( सिक्योर सॉकेट्स लेयर) का प्रयोग होता है। इस सिक्योरिटी में सूचना डाटा को अनऑथराइज्ड एक्सेस से दूर रखने के लिए एंक्रिप्ट कर दिया जाता है।
  • एप्लीकेशन सिक्योरिटी – इस सिक्योरिटी के अंतर्गत नेटवर्क उपयोग में की जाने वाली सभी एप्लीकेशन को एक सेफ्टी प्रक्रिया से गुजारा जाता है। ताकि एप्लीकेशन में आ रही सभी कमी को दूर कर सके इसके अलावा अगर वह ऐप अन सिक्योर अर्थात असुरक्षित है तो उसको नेटवर्क से बाहर भी कर देते हैं।
  • ई-मेल सिक्योरिटी – अगर आप किसी भी डिवाइस में जीमेल का प्रयोग करते हैं तो आपने देखा होगा कोई कुछ ईमेल स्पैम फोल्डर में पहुंच जाती हैं। क्या आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? आपकी जानकारी के लिए बता दे ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नेटवर्क में ईमेल सिक्योरिटी के लिए स्पैम फिल्टर लगा दिए जाते हैं जिससे कि जो हानिकारक ईमेल को यूजर्स की पहुंच से दूर कर सके।अधिकतर क्राइम ईमेल फिशिंग के द्वारा होते हैं।
  • एंटीवायरस सिक्योरिटी – सभी लोग अपने डिवाइस कंप्यूटर लैपटॉप में एंटीवायरस लगाकर रखते हैं। कंप्यूटर में आने वाले विभिन्न प्रकार के वायरस से यह बचाता है कंप्यूटर में बहुत सी सेंसेटिव इनफॉरमेशन और प्राइवेट फाइल्स होती है इसीलिए उन सभी को सुरक्षित रखना आपकी जिम्मेदारी है।
  • नेटवर्क एक्सेस कंट्रोल – सिक्योरिटी के द्वारा अनऑथराइज्ड उपयोगकर्ताओं और उपकरणों को नेटवर्क से बाहर रखने का काम किया जाता है। नेटवर्क एक्सेस कंट्रोल नेटवर्क की कार्य क्षमता को भी सुरक्षित भी करती है। इसमें यह भी सुनिश्चित करती है कि केवल ऑथराइज उपयोगकर्ता और डिवाइस तक इनकी पहुंच होनी चाहिए। नेटवर्क ऑपरेटर यह भी तय करते हैं कि कौन से उपकरण या एप्लीकेशन एंड पॉइंट सेफ्टी का पालन करते हैं और उनको नेटवर्क एक्सेस की परमिशन मिल पाएगी या फिर नहीं मिलेगी।

ये भी पढ़ें,

Cyber crime kya hai- साइबर अपराध से बचाव | Cyber Crime in Hindi

FIR Download Moga, Punjab- 2 मिनट में करें FIR डाउनलोड

Mobile Chori Application in Hindi-शिकायत कैसे दर्ज करे?

Advocate Suresh- Consult Lawyer Online

साइबर सिक्योरिटी के फायदे क्या है

साइबर सुरक्षा के बहुत से फायदे हैं। इसके द्वारा हर लेवल पर इंटरनेट से आने वाली किसी भी बाहर के खतरे को बचाया जा सकता है। ताकि कोई भी यूजर नेटवर्क और इंटरनेट पर पूरी सेफ्टी के साथ में अपना काम कर सके। साइबर सिक्योरिटी से होने वाले फायदे की जानकारी..

  • साइबर सिक्योरिटी से मैलवेयर से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। इसमें हर तरह के थ्रेटस का खतरा रहता है जैसे वायरस, स्पाइवेयर, वर्म, ransomware, एडवेयर आदि। इसके अलावा और भी बहुत से डाटा डिवाइस को खतरा होने से बचाता है।
  • कंप्यूटर डाटा किसी भी डिवाइस की डाटा किस सेफ्टी होती है। साइबरसिक्योरिटी से डाटा लीक होने चोरी होने का खतरा भी बहुत कम होता है।
  • नेटवर्क को पूरी सेफ्टी प्रदान की जाती है। जिससे की किसी भी एक्सेस के नेटवर्क में घुसने से रोक लिया जाता है।

निष्कर्ष

आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को “साइबर सिक्योरिटी क्या है- cyber security in hindi” की जानकारी प्रदान की है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको जो भी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से हम ने दी है, वह आपको जरूर पसंद आएगी। अगर आपको इस पोस्ट से संबंधित किसी अन्य जानकारी के विषय में जानना है तो आप हमारे कमेंट सेक्शन में जाकर कमेंट करके पूछ सकते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top