वर्तमान समय में हमारे देश में कानून की पढाई करने वाले भी लाखो छात्र मौजूद हैं जिन्हे विभिन्न शिक्षण संस्थानो के द्वारा कानून के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जाती हैं। यह छात्र कानून के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की चाह रखते हैं जिसके लिए इन्हे कानून से सम्बंधित पढाई करनी होती हैं। कानून की पढाई करने वाले छात्र मूट कोर्ट को लेकर अक्सर उत्साहित रहते हैं। अगर आप नहीं जानते की ‘मूट कोर्ट क्या होता है’ तो यह लेख पूरा पढ़े क्युकी इस लेख में हम आपको ‘What is Moot Court in Hindi’ के विषय में पूरी जानकारी आसान भाषा में देने वाले हैं।
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मूट कोर्ट क्या होता है – What is Moot Court in Hindi
हमारा देश दुनिया के उन देशो में से एक हैं जहा सबसे अधिक युवा जनसंख्या निवास करती हैं। हमारे देश में स्टूडेंट्स की संख्या करोड़ो में हैं तो ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं हैं की देश में विभिन्न क्षेत्रो में रूचि रखने वाले छात्र मौजूद हैं जो किसी निश्चित क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। अगर बात की जाये कानून की, तो कानून की पढाई करने वाले छात्रों की संख्या भी लाखो में हैं। विभिन्न छोटे-बड़े शिक्षण संस्थानों के द्वारा हर साल लाखो युवा कानून की पढाई करने के लिए एडमिशन लेते हैं।
जो छात्र कानून में रूचि रखते हैं और इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने की दृढ़ चाह रखते हैं उन्हें अक्सर कानून की पढाई के कुछ भागो में विशेष रूचि हैं क्युकी वह भाग होते ही इतने रुचिकर हैं। इनमे से जो एक विषय या फिर कहा जाये तो कानून की पढाई का वो भाग जो छात्रों को उत्साहित करता हैं वह मूट कोर्ट होता हैं। जो लोग कानून की पढाई नही कर रहे या जिनकी पढाई अभी शुरू ही हुई हैं वह नहीं जानते की ‘मूट कोर्ट क्या होता हैं’ ( What is Moot Court in Hindi)? तो चलिए आज जानते हैं इसके बारे में।
दरअसल मूट कोर्ट एक असली अदालत की प्रतिकृति अर्थात कॉपी होती हैं जो छात्रों को क़ानूनी कार्यवाही के बारे में सिखाया हैं। सरल भाषा में मीट कोर्ट एक नकली कोर्ट या फिर कहा जाये तो असली कोर्ट की एक कॉपी होता हैं जिसके द्वारा छात्रों को प्रेक्टिकल के माध्यम से कानून सिखाया जाता हैं और यही कारण हैं की यह छात्रों का पसंदीदा विषय या फिर कहा जाये तो पढाई का पसंदीदा भाग होता हैं। मूट कोर्ट को सामान्य भाषा में मॉक कोर्ट भी कहा जाता हैं।
मूट कोर्ट में क़ानून की पढाई करने वाले छात्र एक पेशेवर के तौर पर कार्य करते हैं और प्रेक्टिकल में अपनी निर्धारित भूमिका के अनुसार जिम्मेदारियों और कर्तव्यों का वहां करते हैं। इस तरह से उन्हें ना केवल काफी कुछ सिखाया जाता हैं बल्कि उन्हें कोर्ट के वातावरण को समझने में भी मदद मिलती हैं और साथ ही एक फायदा यह भी हैं की उनका प्रोत्साहन भी बढ़ता हैं। सरल भाषा में यह एक माध्यम होता हैं जो छात्रों को व्यवसारिक ज्ञान देने में मदद करता हैं और उन्हें एक वकील के रूप में तैयार करता हैं।
मूट कोर्ट में क्या क्या होता हैं?
मूट कोर्ट कानून की पढ़ाई करने वाले छात्रों का सबसे पसंदीदा विषय या फिर कहा जाए तो कार्यक्रम होता है जिसके द्वारा उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलता है। काफी सारे लोग जो यह नहीं जानते थे कि मूट कोर्ट क्या होता हैं, उनके लिए हम ऊपर जानकारी दे चुके हैं की मूट कोर्ट असली अदालत की एक कॉपी होती हैं जिसके द्वारा छात्रों को कानून और अदालत एक बारे में प्रेक्टिकल के द्वारा सिखाया जाता हैं। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि आखिर मूट कोर्ट में क्या क्या होता हैं, तो इसका जवाब कुछ इस प्रकार हैं:
- मूट कोर्ट में पहले अध्यापको व छात्रों के द्वारा वाद विवाद के लिए किसी काल्पनिक विषय को चुना जाता हैं उसे फिर उसी विषय पर छात्रों के द्वारा वाद विवाद किया जाता हैं।
- निर्धारित किये गए विषय को आधार मानकर छात्रों के द्वारा वादी, प्रतिवादी, अधिवक्ता की भूमिका निभाई जाती हैं और वही मूट कोर्ट में ही आपस में अपने काल्पनिक किरदारों के रूप में वाद-विवाद करते हैं।
- अध्ययन करने वाले छात्रों में से ही किसी एक छात्रों को न्यायधीश का किरदार दिया जाता हैं जो मूटकोर्ट में चल रहे काल्पनिक मुकदमें को आगे बढ़ाता हैं और निर्णय करता हैं।
- मूट कोर्ट के अंतर्गत छात्रो को काल्पनिक रूप से सिविल केस अर्थात दीवानी मामलो में वादपत्र अर्थात दावे को तैयार करने, अपने साथियो जो अधिवक्ता, वादी और प्रतिवादी बने हुए हैं के साथ बहस करके सिखने का मौका मिलता हैं।
- आपराधिक मामलो के लिए भी मूट कोर्ट के द्वारा क़ानून की पढाई करने वाले छात्रों को आरोप पत्र तैयार करने आदि का मौका मिलता हैं जिससे वह काफी कुछ सीखते हैं।
- मूट कोर्ट में मुख्य रूप से न्यायलय में मुकदमा दर्ज करने और मुक़दमे की शुरुआत करने जैसी चीजों का भी ज्ञान दिया जाता हैं जिससे छात्र इन प्रक्रियाओं के बारे में सीखते हैं।
मूट कोर्ट से छात्रों को क्या क्या सिखने को मिलता हैं?
मूट कोर्ट कानून की पढाई करने वाले छात्रों का पसंदीदा भाग होता हैं जिसके बारे में कई लोगो को जानकारी नहीं हैं। इस लेख में हम यह तो बता चुके हैं की मूट कोर्ट क्या होता हैं और मूट कोर्ट में क्या क्या होता हैं लेकिन अब यह जानना भी जरुरी हैं की आखिर मूट कोर्ट से छात्रों को क्या क्या सिखने को मिलता हैं? तो बता दे की मूट कोर्ट से छात्रों को काफी कुछ सिखने को मिलता हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:
- मूट कोर्ट में कराये जाने वाले प्रेक्टिकल से छात्रों को सिखने को मिलता हैं की उन्हें आखिर न्यायलय में कैसे प्रस्तुत होना हैं।
- मूट कोर्ट में प्रेक्टिकल करने से छात्रों को अभिवचन के प्रारूप के बारे में सिखने को मिलता हैं जिससे वह इसे सटीक रूप से ग्रहण कर पाते हैं।
- मूट कोर्ट में छात्रों से वादपत्र का भी निर्माण करवाया जाता हैं जिससे उन्हें इससे वादपत्र की विरचना के बारे में भी सिखने को मिलता हैं।
- मूट कोर्ट में निर्धारित प्रक्रियाओं का अनुसरण करने से छात्रों को लिखित कथन और इसके प्रारूप के बारे में सिखने को मिलता हैं।
- मूट कोर्ट में प्रेक्टिकल के द्वारा छात्रों को जो चीजे सिखने को मिलती हैं उनमे विचारण से पहले की तैयारी भी शामिल हैं।
- मूट कोर्ट के द्वारा कानून के छात्रों को विचारण की कार्यवाही के बारे में भी बारीकी से सिखाया जाता हैं।
- मूट कोर्ट के द्वारा कानून की पढाई करने वाले छात्रों को अभिनव प्रस्तुत करने का तरीका भी सिखने को मिलता हैं।
- मूट कोर्ट के द्वारा छात्रों को कोर्ट में जज के सामने अपनी बात को प्रस्तुत करने के ढंग के मिलता हैं।
- मूट कोर्ट के द्वारा छात्रों को सिखाया जाता हैं की कोर्ट की कार्यवाही और उसका शिष्टाचार किस प्रकार का होता हैं।
- मूट कोर्ट में कराये जाने वाले प्रेक्टिकल से छात्रों को न्यायलय में होने वाली विभिन्न कार्यवाहियों का ना केवल ज्ञान मिलता हैं बल्कि अनुभव भी होता हैं।
- मूट कोर्ट के द्वारा छात्रों को सिखने को मिलता हैं की कैसे वह अपने पक्ष को साबित करने के लिए न्यायालय में डिबेट अर्थात बहस कर सकते हैं।
- इसके अलावा मूट कोर्ट से छात्रो को न्यायलय की गरिमा को बनाये रखने, व्यवहारिक शिष्टाचार, सुसंगत विधियों और अधिकवक्ताओ की आचार संहिता आदि के बारे में सिखने को मिलता हैं।
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मूट कोर्ट का महत्व क्या होता हैं?
मूट कोर्ट कानून की पढाई करने वाले छात्रों के लिए बेहद ही जरुरी होता हैं लेकिन जो लोग कानून की पढ़ाई नहीं करते उन्हें इसके बारे में अधिक नहीं पता होता और यह एक बड़ा कारण हैं की इस लेख में हम मूट कोर्ट क्या होता हैं के विषय पर बात कर रहे हैं। लेकिन यह जानना भी जरुरी हैं की आखिर ‘मूट कोर्ट का महत्त्व क्या होता हैं’? दरअसल मूट कोर्ट छात्रों के लिए क़ानूनी पढाई में वाकई में एक महत्वपूर्ण भाग होता हैं, जिसके कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
- मौजूदा क़ानूनी मुद्दों को सटीक रूप से समझने के लिए मूट कोर्ट महत्वपूर्ण हैं।
- छात्रों के वकालत कौशल, क़ानूनी शोध कौशल और लेखन कौशल को बढ़ाने के लिए मूट कोर्ट महत्वपूर्ण होता हैं।
- छात्रों को अपने साथियो के साथ मिलकर काम करना सिखाने के लिए मूट कोर्ट महत्वपूर्ण होता हैं।
- छात्रों में वकालत क्षमता बढ़ाने के लिए और वकालत में उनकी रूचि बढ़ाने के लिए मूट कोर्ट महत्वपूर्ण किरदार अदा करता हैं।
- मूट कोर्ट के माध्यम से छात्र को अदालत का एक अनुभव मिलता हैं और वह सीखता हैं की उसे किस तरह से असल अदालत में काम करना होगा और इस दृष्टि से मूट कोर्ट बेहद ही महत्वपूर्ण हैं।
- कानून और वकालत के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आत्म विश्वास बेहद ही जरुरी होता हैं और मूट कोर्ट छात्रों में आत्म विश्वास जगाता हैं।
निष्कर्ष!
मूट कोर्ट कानून के क्षेत्र में पढाई कर रहे छात्रों के लिए आयोजित करवाए जाने वाला एक कार्यक्रम हैं जिसके द्वारा छात्रों को असली अदालत या फिर कहा जाये तो असली न्यायालय के लिए तैयार होने में मदद मिलती हैं। लेकिन कई लोग हैं जो नहीं जानते की मूट कोर्ट क्या होता हैं (What is Moot Court in Hindi) और मूट कोर्ट छात्रों के लिए क्यों महत्वपूर्ण होता हैं। यही कारण हैं की हमने यह लेख तैयार किया हैं जिसमे हमने मूट कोर्ट की पूरी जानकारी काम शब्दों में आसान भाषा में देने की कोशिश की हैं।